Vivo T3 Pro vs iQOO Z9s Pro: कौन सा फोन है आपके लिए बेस्ट?
अगर आप नया स्मार्टफोन लेने का सोच रहे हैं और आपके सामने Vivo T3 Pro और iQOO Z9s Pro में से किसी एक को चुनने की दुविधा है, तो आप सही जगह आए हैं! दोनों फोन दमदार फीचर्स के साथ आते हैं और मिड-रेंज सेगमेंट में एक-दूसरे को कड़ी टक्कर देते हैं। लेकिन कौन सा आपके लिए बेस्ट रहेगा? क्या आपको ज्यादा बैटरी बैकअप चाहिए या बेहतर कैमरा क्वालिटी? परफॉर्मेंस आपके लिए मायने रखती है या डिजाइन? चलिए, इस ब्लॉग में हम आसान भाषा में दोनों फोन की तुलना करेंगे, ताकि आपको अपना परफेक्ट स्मार्टफोन चुनने में कोई दिक्कत न हो।
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image credit: Youtube (Techy Pathshala) |
1. डिज़ाइन और कलर ऑप्शंस
Vivo T3 Pro का Marble White कलर बेहद प्रीमियम फील देता है, जो रोशनी में खूबसूरती से चमकता है और एक एलिगेंट लुक देता है। दूसरी ओर, iQOO Z9s Pro भी अपने स्लीक और मॉडर्न डिज़ाइन के साथ स्टाइलिश अपील रखता है। दोनों फोन हाई-क्वालिटी मटेरियल से बने हैं, जिससे ये हाथ में पकड़ने में मजबूत और आरामदायक महसूस होते हैं। डिजाइन के मामले में, दोनों ही ब्रांड्स ने प्रीमियम फिनिश पर खास ध्यान दिया है, जिससे यूजर्स को एक शानदार लुक और फील मिलता है।
2. बिल्ड क्वालिटी और ड्यूरेबिलिटी
दोनों फोन मजबूत बिल्ड क्वालिटी के साथ आते हैं और हाई-क्वालिटी मटेरियल से बने हैं, जिससे ये लंबे समय तक टिकाऊ बने रहते हैं। हल्के खरोंच और गिरने पर ये ज्यादा नुकसान नहीं झेलते, लेकिन किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की तरह, इन्हें सावधानी से इस्तेमाल करना जरूरी है। ये पानी के हल्के छींटों से बचाव कर सकते हैं, जिससे रोजमर्रा की छोटी-मोटी स्प्लैशिंग से नुकसान नहीं होगा। हालांकि, इनमें कोई ऑफिशियल IP रेटिंग नहीं है, इसलिए पानी में गिरने या ज्यादा धूलभरी जगहों पर इस्तेमाल करने से बचना बेहतर रहेगा। अगर आप फोन को एक्स्ट्रा सेफ रखना चाहते हैं, तो वाटरप्रूफ कवर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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Image Credit: Youtube (Techy Pathshal) |
3. डिस्प्ले क्वालिटी
दोनों फोन में 6.77-इंच 3D कर्व्ड AMOLED डिस्प्ले दी गई है, जिसका 120Hz रिफ्रेश रेट स्मूद और लैग-फ्री एक्सपीरियंस देता है। यह डिस्प्ले 1 बिलियन से ज्यादा कलर्स को सपोर्ट करता है, जिससे आपको बेहद वाइब्रेंट और नेचुरल कलर टोन मिलती है। 4500 निट्स की पीक ब्राइटनेस होने के कारण यह सीधी धूप में भी शानदार विजिबिलिटी देता है, जिससे आप आसानी से बाहर भी फोन का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसके अलावा, दोनों फोन में HDR10+ और वाइडवाइन L1 सपोर्ट मिलता है, जिससे आप Netflix और Amazon Prime जैसे प्लेटफॉर्म पर हाई-क्वालिटी वीडियो स्ट्रीमिंग कर सकते हैं। डिस्प्ले में शॉर्ट सेंसटिव अपग्रेडेड ग्लास का इस्तेमाल किया गया है, जो स्क्रीन को स्क्रैच और छोटे-मोटे झटकों से बचाने में मदद करता है।
अगर आप उन यूजर्स में से हैं जो बारिश में भी फोन यूज़ करते हैं, तो चिंता की कोई बात नहीं! इन दोनों स्मार्टफोन्स में वेट टच टेक्नोलॉजी दी गई है, जिससे पानी लगने के बाद भी टच स्क्रीन सही तरीके से काम करती है।
इनमें वेट टच टेक्नोलॉजी भी है, जिससे पानी लगने के बाद भी टच सही से काम करता है।
दोनों फोन में 60-40 स्पीकर साउंड रेशियो दिया गया है, जिससे ऑडियो आउटपुट बैलेंस्ड रहता है। इसका मतलब यह है कि फोन के स्पीकर से निकलने वाली आवाज़ का 60% हिस्सा नीचे की तरफ और 40% हिस्सा ऊपर की तरफ से आता है। इससे आपको बेहतर स्टीरियो इफेक्ट मिलता है, जिससे गेमिंग, मूवी देखने या म्यूजिक सुनने का अनुभव ज्यादा इमर्सिव बन जाता है।
इसके अलावा, दोनों फोन में टाइप-C पोर्ट के जरिए ऑडियो सपोर्ट दिया गया है, जो हाई-क्वालिटी साउंड आउटपुट सुनिश्चित करता है। अगर आप टाइप-C इयरफोन या कोई DAC (डिजिटल-टू-एनालॉग कन्वर्टर) डिवाइस इस्तेमाल करते हैं, तो आपको और भी क्लियर और डीप ऑडियो एक्सपीरियंस मिलेगा। हालाँकि, इनमें 3.5mm हेडफोन जैक नहीं है, इसलिए आपको वायर्ड हेडफोन के लिए टाइप-C टू 3.5mm कन्वर्टर की जरूरत पड़ सकती है।
अगर आप लाउडस्पीकर पर कंटेंट देखते हैं, तो दोनों फोन का स्पीकर सेटअप एक अच्छा अनुभव देता है। लेकिन बहुत ज्यादा बेस और डीप साउंड एक्सपीरियंस की उम्मीद न करें, क्योंकि ये डेडिकेटेड स्टीरियो स्पीकर जितने पावरफुल नहीं हैं।
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5. कैमरा परफॉर्मेंस
कैमरा की बात करें तो Vivo T3 Pro फोटोग्राफी के मामले में हल्का आगे है।
108MP प्राइमरी कैमरा और OIS (ऑप्टिकल इमेज स्टेबिलाइज़ेशन) दिया गया है, जिससे लो-लाइट फोटोग्राफी में अच्छी डिटेल मिलती है।
iQOO Z9s Pro में 50MP प्राइमरी कैमरा है, जो तेज फोकसिंग और नेचुरल कलर्स के लिए जाना जाता है।
8MP अल्ट्रा-वाइड लेंस दोनों फोन में मौजूद है, जिससे ग्रुप फोटो और वाइड एंगल शॉट्स बेहतर आते हैं।
मैक्रो लेंस की मदद से क्लोज़-अप शॉट्स लिए जा सकते हैं, लेकिन यह बहुत एडवांस नहीं है।
1080p 30fps वीडियो रिकॉर्डिंग और बेसिक स्टेबलाइजेशन मिलता है, जिससे वीडियोज स्मूद आती हैं।
दोनों फोन की सेल्फी कैमरा क्वालिटी सोशल मीडिया यूज के लिए अच्छी है, लेकिन लो-लाइट में डिटेल थोड़ी कम हो जाती है।
AI ब्यूटी मोड और पोर्ट्रेट मोड से सेल्फी इमेज को कस्टमाइज किया जा सकता है।
अगर आप ज्यादा फोटोग्राफी पसंद करते हैं, तो Vivo T3 Pro आपके लिए बेहतर रहेगा, जबकि iQOO Z9s Pro का कलर ट्यूनिंग और फोकस सिस्टम तेज है। की बात करें तो Vivo T3 Pro फोटोग्राफी के मामले में हल्का आगे है।
6. बैटरी और चार्जिंग
दोनों में 5500mAh की बैटरी दी गई है, जो नॉर्मल यूज़ पर 1 से 1.5 दिन तक आसानी से टिकती है। अगर आप सिर्फ सोशल मीडिया, ब्राउज़िंग और नॉर्मल कॉलिंग करते हैं, तो यह बैटरी डेढ़ दिन तक भी चल सकती है। लेकिन अगर आप हेवी गेमिंग, वीडियो स्ट्रीमिंग या कैमरा ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, तो आपको 6-7 घंटे का स्क्रीन-ऑन-टाइम मिलेगा।
चार्जिंग की बात करें तो दोनों फोन 80W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट करते हैं, जिससे बैटरी 30 मिनट में लगभग 75% और 45 मिनट में 100% तक चार्ज हो जाती है। यानी अगर आप जल्दी में हैं, तो कुछ ही मिनटों की चार्जिंग से कई घंटे का बैकअप मिल सकता है।
80W फास्ट चार्जिंग से ये फोन बहुत तेजी से चार्ज हो जाते हैं।
7. प्रोसेसर और परफॉर्मेंस
Vivo T3 Pro और iQOO Z9s Pro दोनों में MediaTek Dimensity 7030 (4nm) प्रोसेसर दिया गया है, जो कि एक पावरफुल मिड-रेंज चिपसेट है। यह प्रोसेसर 2.5GHz की क्लॉक स्पीड तक जाता है, जिससे ऐप्स जल्दी ओपन होते हैं और मल्टीटास्किंग स्मूद रहती है।
अगर रैम और स्टोरेज की बात करें, तो ये फोन LPDDR4X RAM और UFS 2.1 स्टोरेज के साथ आते हैं, जिससे डेटा ट्रांसफर और फाइल ओपनिंग स्पीड तेज हो जाती है। आप बिना किसी लैग के कई ऐप्स को एक साथ चला सकते हैं और स्मूद एक्सपीरियंस मिलेगा।
बेंचमार्क टेस्ट में दोनों फोन के स्कोर लगभग बराबर आते हैं। AnTuTu बेंचमार्क में दोनों फोन लगभग 6.5 लाख स्कोर तक पहुंचते हैं, जो इस सेगमेंट में अच्छा माना जाता है। गीकबेंच टेस्ट में सिंगल-कोर और मल्टी-कोर स्कोर भी संतोषजनक रहते हैं।
अगर आप वीडियो एडिटिंग या हेवी टास्क करना चाहते हैं, तो भी ये प्रोसेसर बिना किसी लैग के अच्छा प्रदर्शन देता है। 4K वीडियो रेंडरिंग और हाई-रेजोल्यूशन फोटो एडिटिंग बिना किसी बड़ी परेशानी के हो जाती है।
ओवरऑल, Dimensity 7030 प्रोसेसर के कारण ये दोनों फोन फास्ट, लैग-फ्री और पावरफुल परफॉर्मेंस देने में सक्षम हैं। Vivo T3 Pro और iQOO Z9s Pro दोनों में MediaTek Dimensity 7030 (4nm) प्रोसेसर दिया गया है।
ये फोन LPDDR4X RAM और UFS 2.1 स्टोरेज के साथ आते हैं, जिससे मल्टीटास्किंग और डेटा ट्रांसफर स्मूद रहता है।
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8. गेमिंग परफॉर्मेंस
अगर आप गेमिंग के शौकीन हैं, तो आपको दोनों फोन में 60fps तक का सपोर्ट मिलेगा। PUBG, BGMI और Call of Duty जैसे हाई-एंड गेम्स स्मूदली चलते हैं, लेकिन इन फोनों में 90fps सपोर्ट नहीं है।
गेमिंग के दौरान Ultra और HDR ग्राफिक्स सेटिंग्स पर भी स्मूद परफॉर्मेंस मिलती है। Dimensity 7030 प्रोसेसर की वजह से फ्रेम ड्रॉप्स और लैगिंग की समस्या कम होती है।
iQOO Z9s Pro में थोड़ा बेहतर थर्मल मैनेजमेंट दिया गया है, जिससे यह लंबे समय तक गेमिंग करने पर भी ज्यादा गर्म नहीं होता। दूसरी ओर, Vivo T3 Pro का डिस्प्ले और कलर रिप्रोडक्शन थोड़ा बेहतर है, जिससे गेमिंग का विजुअल एक्सपीरियंस अच्छा रहता है।
दोनों फोन में गेम बूस्टर मोड मिलता है, जो बैकग्राउंड ऐप्स को क्लियर कर परफॉर्मेंस को बूस्ट करता है। इसके अलावा, 4D गेम वाइब्रेशन और 360Hz टच सैंपलिंग रेट से रेस्पॉन्स टाइम फास्ट हो जाता है, जिससे फास्ट एक्शन गेम्स में फायदा मिलता है। आप गेमिंग के शौकीन हैं, तो आपको दोनों फोन में 60fps तक का सपोर्ट मिलेगा। PUBG और BGMI जैसे गेम्स स्मूदली चलते हैं, लेकिन 90fps सपोर्ट नहीं है।
iQOO Z9s Pro की बैटरी लंबे समय तक चलती है, जबकि Vivo T3 Pro की कैमरा क्वालिटी थोड़ी बेहतर है।
परफॉर्मेंस और गेमिंग
बेंचमार्क स्कोर:
दोनों फोन की गेमिंग परफॉर्मेंस लगभग समान है, लेकिन लंबी गेमिंग के दौरान iQOO Z9s Pro की बैटरी थोड़ी जल्दी खत्म होती है।
दोनों फोन Android 14 पर चलते हैं और कंपनी ने 2 साल तक Android अपडेट और 3 साल तक सिक्योरिटी पैच देने का वादा किया है। इसका मतलब है कि आने वाले दो सालों तक आपको नए Android वर्जन और फीचर्स मिलते रहेंगे, जिससे आपका फोन अप-टू-डेट रहेगा। साथ ही, तीन साल तक रेगुलर सिक्योरिटी अपडेट्स मिलेंगे, जो आपके डिवाइस को सुरक्षित रखने में मदद करेंगे। हालांकि, यह भी ध्यान देने वाली बात है कि कुछ मिड-रेंज फोन में 3-4 साल के अपडेट्स मिलते हैं, इसलिए यदि लॉन्ग-टर्म सॉफ्टवेयर सपोर्ट आपके लिए प्राथमिकता है, तो इस पहलू को भी ध्यान में रखें।
10. कौन सा फोन बेहतर है?
अगर आपको गेमिंग और बैटरी परफॉर्मेंस ज्यादा चाहिए, तो iQOO Z9s Pro बेहतर ऑप्शन रहेगा, क्योंकि इसका थर्मल मैनेजमेंट थोड़ा अच्छा है और यह लंबी गेमिंग सेशंस के दौरान कम हीट जनरेट करता है। इसकी बैटरी लाइफ भी थोड़ी ज्यादा है, जिससे आपको बार-बार चार्जिंग की चिंता नहीं करनी पड़ेगी।
लेकिन अगर आपको थोड़ा बेहतर कैमरा चाहिए, तो Vivo T3 Pro चुन सकते हैं, क्योंकि इसमें 108MP का हाई-रिजोल्यूशन कैमरा दिया गया है, जो लो-लाइट फोटोग्राफी और डीटेलिंग के मामले में iQOO Z9s Pro से थोड़ा बेहतर प्रदर्शन करता है। इसके अलावा, इसका पोट्रेट मोड और AI-बेस्ड इमेज प्रोसेसिंग भी ज्यादा नेचुरल और शार्प इमेज आउटपुट देती है।
दोनों फोन ₹25,000 के बजट में शानदार ऑप्शन हैं।
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